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'जन्नत में हूरें'... आफताब तो 'पढ़ा-लिखा नारीवादी' था, फिर ये रूप कैसे छुपा रखा था?
आफताब (Aftab) एक अच्छी जॉब करने वाला पढ़ा-लिखा लड़का था. और, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तो आफताब ने खुद को नारीवादी, समलैंगिता का समर्थक जैसी प्रगतिवादी सोच वाला बता रखा था. लेकिन, पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान जब उसी आफताब (Shraddha Murder Case) के मुंह से जन्नत, हूरें, हिंदू लड़की जैसे शब्द निकलने लगें. तो, झटका लगना स्वाभाविक सी बात है.
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श्रद्धा मर्डर केस ने बेटियों के माता-पिता की टेंशन बढ़ा दी है
श्रद्धा मर्डर केस (Shraddha murder case) ने माता-पिता के मन में दहशत पैदा कर दी है. जिनकी बेटियां पढ़ाई या जॉब के लिए घरों से दूर रहती है उनकी जान हलक में है. कई माता-पिता इस केस को देखने के बाद से घबराएं हुए हैं. उन्हें अपनी बेटी की चिंता सताने लगी है.
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मां चाहती थी बेटी 'श्रद्धा' न बने, इसलिए वो ख़ुद 'आफ़ताब' बन गयी!
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में एक महिला ने दूसरी जाति के व्यक्ति से प्यार करने के कारण अपनी 19 साल की बेटी की हत्या कर दी. मामले में दिलचस्प ये रहा कि बाद में हेयर डाई पाउडर खाकर उसने खुद आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन उसके पड़ोसियों ने बचा लिया.
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5 घटनाएं जिसमें प्रेमिका, पत्नी और बेटी को मारा-काटा गया, दुनिया महिलाओं के लिए सुरक्षित कब होगी?
कब तक महिलाओं को सिर्फ हाड़ मांस समझकर उनके शरीर को चीरा-काटा जाएगा? क्या इस दुनिया के किसी हिस्से पर उनका अधिकार नहीं है? क्या अपनी जिंदगी पर, अपने फैसलों पर उनका कोई अधिकार नहीं है? पिछले कुछ दिनों तक जिस तरह कुत्तों के काटने की खबरें आ रही थीं उसी तरह इन दिनों महिलाओं के काटे-मारे जाने की खबरे सामने आ रही हैं.
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